मंत्रीजी जनता का दर्द समझ गए, पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को समझ नही आ रहा...!

 विभीषण हर घर में होता ही है.

सरकार में रहकर सरकार के सामने आवाज उठाना भी बड़ी बात है.

में बात कर रहा हु गुजरात के आरोग्य मंत्री कुमार कानानी की, कुमार कानानी ने हाल ही में प्रशाशन के सामने अपनी आवाज उठाई है.



कुमार कानानी ने गुजरात के ट्रैफिक डीजीपी को पत्र लिखा है. उस पत्र में कुमार कानानी ने विनंती के साथ चेतांवनी भी दी है.

कुमार कानानी ने ट्रैफिक डीजीपीको लिखे पत्र में लिखा है. महामारी में सिर्फ मास्क ना पहने हो उस बात पर ही दंड वसूल किया जाए, इसके अलावा कोई भी दंड वसूल नही किया जाना चाहिए.

क्योंकि कोरोना महामारी में कई लोगो के पास खाने के पैसे भी नहीं है, और आप दंड वसूल करेंगे तो क्या होगा ?

इसलिए मास्क ना पहनने पर दंड वसूलने के अलावा कोई भी दंड न वसूला जाए.

कुमार कानानी का कहना है अगर ऐसा नही किया गया तो में आंदोलन करूंगा.

एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में कुमार कानाणि ने कहा की मैने डीजीपी को पत्र लिखकर बिनती भी की है, अगर माने तो ठीक है नही तो आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि बहुत से लोगो ने मुझसे फरियाद भी की थी और सुझाव भी दिए थे.


वैसे तो भाजपा की सरकार में विपक्ष की आवाज को भी दबा दिया जाता है, उसमे सरकार में रहकर वो भी आरोग्य मंत्री होकर प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाना बड़ी बात होती है.


पर एक बात समझ नही आ रही सरकार के एक मंत्री समझ सकते है की आम आदमी के पास मंडी, महामारी, बेरोजगारी, महंगाई में खाने तक के पैसे नही बचे, तो गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री को ये बात क्यो समझ नही आ रही ????


वैसे तो विपक्ष और जनता द्वारा सरकार का विरोध करने पर कानूनी कार्यवाही करके उनके मुंह को बंद कर दिया जाता है. आगे देखना होगा सरकार के सामने आवाज उठाने पर गुजरात के आरोग्य मंत्री कुमार कानानी के साथ सरकार क्या रुख अपनाती है...!


सरकार जनता के पास से पेट्रोल, डीजल पर गब्बर सिंह टैक्स, वोटर चार्ज, हाउस टैक्स, जीएसटी, इलेक्ट्रिसिटी बिल, व्यवसाय टेक्स, रोड टैक्स, मनोरंजन टेक्स आदि वसूल कर रही है, तो उसमे राहत क्यो नही दे रही ????


जिस जनता ने सरकार को गुजरात और केंद्र में बहुमत दिलाकर सत्ता में बिठाया उसी जनता से सरकार की बेरुखी क्यो ??? या सरकार भी ये समझ चुकी है, जिंदगी ( सत्ता) ना मिलेगी दोबारा, इसलिए एक ही बार में जनता का तेल निचोड़ दो...!?



खाने के तेल के दाम आसमान छू रहे है, रसोई गैस के दाम दोगुने हो चुके है. इन सब परेशानियों से जनता को कब राहत मिलेगी ?????









Kalpesh Raval

Journalist ट्विटर @Ravalkalpesh_s




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