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मोदी सरकार के 9 साल 91 गालियां और जनता के 91 सवाल..

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 मोदी सरकार के 9 साल 91 गालियां और जनता के 91 सवाल.. केंद्र में बैठी प्रधानमंत्री मोदीजी की सरकार को 9 साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक महीने के लिए पूरे देश में एक से बढ़कर एक कार्यक्रम का आयोजन करके जनता के बीच में मोदीजी की छवि चमकाने का काम शुरू किया गया है. मोदीजी खुद के मन की बात तो रेडियो के जरिए जनता तक पहुंचा देते है पर जनता के मन की बात सुनने वाला कोई नही है. इसलिए एक हम जनता की बात को मोदीजी तक पहुंचाने के लिए 9 साल 91 गालियां और जनता के 91 सवाल के जरिए मोदीजी से सवाल कर रहे है. शायद ही कोई सवाल का जवाब मोदीजी देंगे...! 01. अच्छे दिन कब आयेंगे ??? 02. किसके एकाउंट में 15 लाख जमा किए ??? 03. महंगाई कब कम होगी ??? 04. पेट्रोल डीजल के दाम कब कम होंगे ? 05. 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार दिया क्या ??? 06. चीन को लाल आंख कब दिखाएंगे ??? 07. नोट बंदी से जनता को और सरकार को क्या मिला ??? 08. 370 हटने से कश्मीर में कितनो ने प्लॉट खरीदा और कितनी कंपनी ने प्लांट खड़े किए ??? 09. किसानों की आय दुगनी हुई क्या ??? 10. बेटियां सुरक्षित क्यो नही ??? 11. शिक्षा संस्थानों की हालत

9 साल की मोदी सरकार की नाकामिया...

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 9 साल की मोदी सरकार की नाकामिया... 2014 में जब केंद्र में मोदी सरकार का गठन हुआ उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने जनता से बड़े बड़े वादो की बौछार की थी, जनता को बड़े बड़े सपने दिखाए थे पर वो सपने मुंगेरीलाल के हसीन सपने समान साबित हुए... क्या क्या वादे किए गए थे ???? मोदीजी ने वादे किए थे की केंद्र में अगर भाजपा की सरकार आई तो विदेश से काला धन वापस लाएंगे, हर भ्रष्टाचारियों को जेल में डालेंगे, किसानों की आय दुगनी हो जायेगी, 2022 तक सबको अपना खुद का घर मिलेगा, 100 स्मार्ट सिटी बनाएंगे, महंगाई कम करेंगे आदि... पर आज के समय में वास्तविकता क्या है ????? Demonetisation के बाद क्या हुआ ??? और नोट बंदी के समय पर क्या कहा था ???? मोदी सरकार ने नोट बंदी ( नोट बदली) करने का अचानक फैसला कर दिया और रात 8 बजे सूचना दे दी की 1000 और 500 ₹ के नोट रात 12 बजे के बाद बंद हो जाएंगे...! उदेश क्या था ??? मार्केट में जो काला धन है उनको बैंको में जमा करवाना, डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना, डुप्लीकेट करंसी को बंद करवाना... हुआ क्या ???? ना काला धन कही से वापस आया, ना डिजिटल क्रांति का सपना पूरा हुआ

मोदीजी की पकड़ से छूट रही भाजपा...??!!!

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  मोदीजी की पकड़ से छूट रही भाजपा...??!!! भाजपा के सर्वेसर्वा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की पकड़ धीरे धीरे भाजपा से छूट रही है ऐसा साफ साफ दिखने लगा है... कर्नाटक में चल रहे चुनाव में भाजपा द्वारा एक ऐसे कैंडिडेट को विधानसभा का टिकिट दिया गया जिस कैंडिडेट पर एक से ज्यादा FIR दर्ज है और एक केस में एक साल की जेल सजा भुगत कर आया हुआ बाहुबली है. सूत्रों से पता चला है की विरोध के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को उस कैंडिडेट के विधानसभा इलाके में अपनी रैली भी कैंसिल करनी पड़ी. वैसे तो भाजपा नेता हर बात पर कहते रहते है, हमारे यहां सब कुछ आलाकमान तय करता है. ( आलाकमान का मतलब मोदीजी और शाह जी) जी हा कर्नाटक के चुनाव में ताजा हालात ऐसे बन चुके है की खुद मोदीजी और शाह जी को भी समझ नही आ रहा की किस मुद्दो पर प्रचार करे, इसलिए कुछ न कुछ मनघड़ंत कहानियां सुनाते रहते है, जैसे बजरंग दल से बजरंगबली को जोड़ दिया था. अब जुमलो को सुनने भिड़ भी इकठ्ठा नही हो पा रही इसलिए मोदीजी के रोड़ शो करवाए जा रहे है, पर रोड शो में भी कर्नाटक भाजपा भिड़ नही जुटा पा रही.... जनता का मूड क्या है ??? कर्नाटक चुनाव में