भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा में हड़कंप..!
भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा में हड़कंप..!
जब से राहुल गांधी ने 3570 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा शुरू की है तब से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है.
क्योंकि राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा को जबरदस्त सफलता मिल रही है, जगह जगह से हज्जारो लोग भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो रहे है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को इतनी सफलता मिलती देखकर भाजपाई नेता हक्का बक्का हो गए है.
इसलिए कभी राहुल गांधी के टीशर्ट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते है, तो कभी इस यात्रा में जुड़े लोगो के रहने, खाने, पीने की व्यवस्था को लेकर सवाल करने लगते है. स्मृति ईरानी ने भी राहुल गांधी पर वार कर के कहा था कि राहुल गांधी स्वामी विवेकानंद को नमन करने नही गए, तब कोंग्रेस ने वीडियो जारी करके दिखा दिया की राहुल गांधी स्वामी विवेकानंद को नमन करने गए थे की नही. जिसे भाजपा नेता अच्छी तरह सोशल मीडिया में ट्रोल हुए. देखने वाली बात ये है की जब भी भाजपा भारत जोड़ो यात्रा पर बबाल मचाने की कोशिश करती है उनको मुंह की खानी पड़ी है.
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लेकर जहा से गुजर रहे है वहा वहा पर छोटे बच्चो से लेकर बुजुर्गो से ऐसे मिल रहे है जैसे खुद का परिवार हो, इसी सादगी की वजह से मिल रही सफलता को लेकर भाजपा में खलबली मची हुई है.
एक तरफ राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे है, आज 200 किलोमीटर से ज्यादा यात्रा समाप्त भी हो चुकी है. जनता का सहयोग भी कोंग्रेस को मिल रहा है, पर एक बात समझ नही आ रही की, इतनी सफलता और जनता के सहयोग के बावजूद भाजपा कोंग्रेस के नेताओ को भाजपा में शामिल करवाने में कैसे सफल हो रही है???
हाल ही में गोवा कोंग्रेस के 8 विधायक भाजपा में शामिल हो गए. जब जब भाजपा कोंग्रेस के नेताओ को भाजपा में शामिल करती है, उनको उत्सव के रूप में मनाकर बड़ा इवेंट बनाती रहती है. जैसे कोई जंग जीत ली हो...
भाजपा द्वारा कोंग्रेस के नेताओ को भाजपा में शामिल करने के बावजूद राहुल गांधी की यात्रा की गति में कोई कमी नहीं आई है. वह अपने लक्ष्य की और आगे बढ़ते ही जा रहे है. क्योंकि राहुल गांधी का ध्येय सत्ता पाना नही पर सत्ता में बैठे हुक्मरान जो जनता के खिलाफ बेपरवाह होकर अपनी राजनीति चला रहे है उनके खिलाफ जनता को जोड़ना है.
आज हर तरफ जनता आंदोलन कर रही है. गुजरात की ही बात करे तो गुजरात में इसी साल चुनाव होने वाला है जनता में गुस्सा भी बहुत भरा पड़ा है, तकरीबन 18 सरकारी विभाग के खिलाफ आज आंदोलन चल रहे है.
दूसरा भाजपा को ये लग रहा था की आम आदमी पार्टी को गुजरात में उतारेंगे तो वो कोंग्रेस का वोट काटेगी, पर आज असर उल्टा दिख रहा है, जनता जान गई की आम आदमी पार्टी भाजपा की B टीम ही में जो सिर्फ भाजपा को जिताने के लिए मैदान में उतरी है. जिसकी वजह से जो आम आदमी पार्टी में जुड़े थे वो भी भागने लगे है.
भाजपा को अपने ही निर्णय पर अफसोस हो रहा है क्योंकि आम आदमी पार्टी तो भाजपा का ही बेड़ा गर्द करने पर उतरती हुई दिख रही है. खेर जो भी हो, आगे देखना होगा चुनाव में भाजपा को विकास ने नाम पर वोट मिलते है, आम आदमी पार्टी के सहयोग से सत्ता मिलती है, या फिर सत्ता में 27 साल के बाद सत्ता विरोधी वोट अन्य पार्टी को मिलने से भाजपा को हार मिलती है.
हर वक्त कोंग्रेस और कोंग्रेस के नेताओ को कोसने वाली भाजपा अगर कोंग्रेस के नेता भ्रष्टाचारी है तो कोंग्रेस के नेताओ को ही अपनी पार्टी में शामिल क्यो कर रही है ??? इसका जवाब है किसी के पास ???
एक तरफ कोंग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा जनता का साथ लेने और जनता को जोड़ने के लिए भारत जोड़ो यात्रा कर रहे है दूसरी तरफ भाजपा कोंग्रेस तोड़ो अभियान चला रही है. ये क्यो हो रहा है ?? क्या कोई भाजपाई नेता या कोंग्रेस के नेता जवाब देंगे ???
भारत जोड़ो यात्रा की सफलता देखकर आज तक रामदेव बाबा जो सिर्फ और सिर्फ भाजपा की तारीफ करते रहते थे उसने भी राहुल गांधी की तारीफ करनी पड़ी, उसने कहा की राहुल गांधी बहुत अच्छा काम कर रहे है, हर किसी को भारतीयों को जोड़ने का काम करना चाहिए. मतलब साफ है, जनता का गुस्सा शांत जरूर है, पर मौन नही.
राहुल गांधी द्वारा जनता की आवाज बनकर बार बार महंगाई, रोजगार, महिला सुरक्षा, शिक्षा, भ्रष्टाचार आदि समस्याओं पर सरकार से सवाल कर रहे है, दूसरी तरफ अन्य विपक्षी पार्टियां यही सवाल पर चुप बैठी है, क्योंकि गुजरात के अलावा इस साल में चुनाव कही भी नही है.
कोंग्रेस अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव होने वाला है. हर राज्य के नेता तो यही चाहते है की राहुल गांधी ही अध्यक्ष बने, पर राहुल गांधी अध्यक्ष बनने से मना कर रहे है.
अशोक गहलोत और शशि थरूर के नाम हाल तो चर्चा में आए है की वो दोनो अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करेंगे.
कल्पेश रावल
पत्रकार एवं संपादक
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