एक पिता का विश्व के सभी बच्चो को पत्र

प्रिय बेटा / बेटी सकुशल होंगे. ये खत में आपको तीन वजह से लिख रहा हु..! जीवन, नसीब और मृत्यु कोई समझ सका नही... तो जरूरी है की कुछ बाते समय से पहले कह दी जाए. में तुम्हारा पिता हु, और ऐसी बात में नही कहूंगा तो तुम्हे कोई नही कह सकेगा. ये सब बाते में अपने अनुभव से कह रहा हु और जो में नही कहूंगा तो भी तुम तुम्हारे जीवन से सिख ही लोगे. पर तब तुम्हे ज्यादा तकलीफ होगी और शायद उस वक्त तुम्हारे पास समय भी नहीं होगा. जीवन को अच्छा और शांति से जीने के लिए इतना जरूर करना..! 1. जब कोई तुम्हारे साथ अच्छा व्यवहार न करे तो, मन को दुखी मत करना... तुम्हारे साथ अच्छा बर्ताव करने का फर्ज सिर्फ और सिर्फ मेरा और तुम्हारी मम्मी का ही है. बाकी दुनिया का कोई भी व्यक्ति तुम्हे दुख दे सकता है. तो उनके लिए हमेशा मानसिक तैयार ही रहना. कोई भी तुम्हारे साथ अच्छा व्यवहार करे तो उनका आभार व्यक्त करना. पर हमेशा सतर्क रहना... दुनिया में मेरे पापा और मेरी मम्मी के अलावा सभी के व्यवहार के पीछे कोई वजह/स्वार्थ भी हो सकता है. जल्दबाजी में किसी भी व्यक्ति को अच्छा दोस्त मानना बेवकूफी साबित हो सकती है. 2. दुनिया ...